प्रारम्भिक अवस्था में सभी रोगों का उपचार साध्य
एवं सरल होता है किन्तु रोगों की उपेक्षा
करने एवं समय पर सही चिकित्सा न करने पर
वे जटिल, कष्टसाध्य एवं असाध्य बन जाते है ।
हम जिस वातावरण में रहते हैं और जैसा
ने हमारा खान-पान है, उसे देखते हुए किसी भी
व्यक्ति का रोगी हो जाना सामान्य बात है ।
हो रोगों की समय सर सही चिकित्सा न होने पर
सामान्य रोग भी जटिल रूप ले लेता है । कठज
को एक अत्यन्त सामान्य रोग माना जाता है किंतु इसके उपचाराथं अपनी
आहार व्याख्या. पर ध्यान नहीं दिया जाये तो यह अत्यंत कष्टकारक होने के
शाथ-शाथ अन्य अनेक रोगों को उत्पन्न करने का कारण भी बन जाता है ।
वर्त्तमान में जिस प्रकार से रोग एवं रोगियों को संरट्टया बढ़ रही है, उसे देखते हुए
यह आवश्यक है कि हम किसी भी रोग को जटिल न होने दें ।
जटिल रोगों की सरल चिक्रित्सा पुस्तक में उन समस्त
रोगों के बारे में बताने का प्रयास जिया गया है जिनका सही समय पर उपचार न
होने पर वे जटिल बन जाते हैं । पुस्तक में रोगों का विवरण भी विस्तार से शिया
है ताकि पाठकों को रोगों के बारे में भी पूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके । इसी के
शाथ-शाथ इन रोगों से मुक्ति पानेके लिए यया चिकित्सा को जाये, इसका भी
विस्तार से उक्ति’ शिया गया है । इस पुस्तक की सबसे यई विशेषता यह है कि
इसे अनेक विद्वान लेखकों द्वारा लिखा गया है । जटिल टोरुगों क्ती सरल
चिकित्सग़ पुस्तक सभी के लिए लाभकारक होगी, ऐसा मेरा विस्वास है ।
लेखक एवं संपादक–, डॉ. सुरेश कुमार शर्मा
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निरोगी दुनिया प्रकाशन
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